Delhi Seelampur murder case communal tension police investigation.

दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 साल के युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई. युवक पर हमला उस समय हुआ जब वो घर से दूध लेने के लिए निकला था. इसी दौरान कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और चाकुओं से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. पूरे मामले में एक लड़की के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है. घटना के बाद लोगों में दहशत है. हिंदुओं के पलायन की बात सामने आ रही है. लोगों ने अपने घरों के बाहर ये मकान बिकाऊ है के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं. जिसमें लिखा है कि योगी जी, मदद करो योगी जी, रेखा गुप्ता जी मदद करो.

इस मर्डर की घटना के बाद सीलमपुर में स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है. स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग करते हुए जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की. पुलिस ने मृतक की पहचान कुनाल के रूप में की है. सीलमपुर हत्याकांड के मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि CCTV फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

कुनाल अपने परिवार के साथ सीलमपुर के J ब्लाक में रहता था. परिवार में पिता राजवीर, मां, तीन भाई व एक बहन है. पिता ऑटो चलाते हैं. कुनाल गांधी नगर में एक कपड़े की दुकान पर काम करता था.

आरोपियों को मिले मौत की सजा- मृतक की मां

मृतक कुनाल की मां प्रवीन और बड़ी बहन वंदना ने TV9 भारतवर्ष से बात करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे के लिए इंसाफ चाहिए. आरोपियों को भी फांसी की सजा मिले. कुनाल वारदात से पहले अपनी दादी को लेकर हॉस्पिटल गया था, और फिर उन्हें घर पर छोड़ कर दूध लेने निकला था जब आरोपियों ने कुनाल को एक विशेष समुदाय के लोगों ने उसे घेरकर बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी.

कुनाल की मां का कहना है कि उनके बेटे से ना किसी की दुश्मनी थी ना किसी से कोई बातचीत थी. उसे सिर्फ गिहारा समाज से होने की वजह से मार दिया गया. कुछ दिनों पहले लाला नाम के शख्स की आरोपियों से लडाई हुई थी, जिसके चलते कुनाल की हत्या कर दी गई. परिजनों का आरोप है कि साहिल और ज़िकरा इस हत्या में शामिल हैं.

दिल्ली में भी हो यूपी मॉडल लागू- स्थानीय

स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि दिल्ली में भी यूपी मॉडल लागू हो, गलत लोगों के घर बुलडोजर चले. हमारे साथ ऐसा सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि हम बीजेपी के लोग हैं. वे लोग लड़कियों का खुलेआम हाथ पकड़ते हैं. यहां कई बांग्लादेशी भी किराए पर रहते हैं जो इस तरह की घटना को अंजाम देने में लगे हुए हैं. इन लोगों के डर के कारण इस इलाके में हम लोगों के केवल 3 मकान बचे हुए हैं. सब लोग यहां से जा चके हैं.

10 साल में 7 मर्डर, डर के साये में लोग

दिल्ली के सीलमपुर इलाके के J ब्लॉक में लोगों ने घरों के बाहर पलायन के बोर्ड लगा दिए हैं. लोगों का कहना है कि अब उन्हें यहां रहने में डर लगता है. एक विशेष समुदाय के लोग आए दिन गुंडागर्दी और हत्या की वारदातों को अंजाम देते हैं. पिछले 10 सालों में 7 मर्डर हो चुके हैं. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की जाती है. इसलिए वो अपना मकान बेचकर पलायन करने को मजबूर हैं. कुछ लोग मकान बेचकर जा चुके हैं कुछ अब जाना चाहते हैं.

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