भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर करारा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी बार-बार लॉन्च करने का प्रयास करती है और जनता के पास ले जाती है, लेकिन विफल हो जाती है. आज मैं नेशनल हेराल्ड की बात करने आया हूं. नेशनल हेराल्ड केस के नाम से कांग्रेस में सेंसेशन होता है क्योंकि घबराहट, छटपटाहट में जो पकडे़ गए हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि घोटाले कई हुए, पर नेशनल हेराल्ड का मॉडल किसी के गले नहीं उतर रहा है. मात्र 50 लाख देकर 2000 करोड़ की संपत्ति यंग इंडिया की हो जाती है. क्या राजनीतिक दल लोन दे सकता है? सवाल ये है. अखबार कागज पर छपता है, लेकिन कुछ कागजी अखबार इसकी तरह होते हैं, जो ना छपते हैं, ना बिकते है और ना बंटते हैं.
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार नेशनल हेराल्ड के विज्ञापन देती है. ईडी ने अपराध का प्रकार, समय, लेन-देन सबकी जानकारी चार्जशीट में दी है. ये काग्रेस का करप्शन मॉडल है. नेशनल हेराल्ड कांग्रेस का एटीएम बन गया है, जिसमें कांग्रेस की राज्य सरकारें पैसा डाल रही हैं. उनकी ये मुद्रा मोचन स्कीम है, जहां आंकड़े, किराया सब फर्जी हैं.
कांग्रेस के दो नेता जमानत पर
उन्होंने कहा कि खटारा, बीमार, लाचार कांग्रेस का ये नमूना है. किस-किस कांग्रेस राज्य सरकार ने इसको विज्ञापन-पैसा और क्यों दिया…ये सवाल है. यंग इंडिया की 76 फीसदी हिस्सेदारी सोनिया गांधी, राहुल गांधी के पास आ जाती है, यानी एक ही परिवार के पास आ जाती है. पैसा कांग्रेस ने दिया, पर शेयरधारक कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्ष बने. पार्टी के दोनों नेता आज करप्शन के मामले में बेल पर है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि काले कारनामे करने के बाद ईडी के दफ्तर पर प्रोटेस्ट किया. कालिख पोतने से कुछ नहीं होगा. आईने पर नहीं, धूल चेहरे पर है. क्या सुप्रीम कोर्ट से ऊपर ये गांधी परिवार हो गया है? जांच एजेंसी चुनाव देखकर नहीं, निरंतर काम करती है. ये आरोपी समय पर जवाब एजेंसी को क्यों नहीं देते. कांग्रेस वाले टाइम बाउंड जांच की मांग क्यों नहीं करते?
बीजेपी ने क्या लगाए आरोप?
वहीं, बीजेपी ने कहा, ‘ईडी ने 5000 रुपए करोड़ के घोटाले में सबसे बड़े नामों को बाहर किया, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी का नाम शामिल है. कांग्रेस का नेशनल हेराल्ड सिर्फ एक और घोटाला नहीं है, बल्कि ये 1950 के दशक से चली आ रही एक पीढ़ीगत धोखाधड़ी है. कांग्रेस के भ्रष्टाचार और राष्ट्रीय विश्वासघात की अनकही कहानी है. ये स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का अपमान है, पत्रकारों के साथ विश्वासघात है और पूरे राष्ट्र के साथ धोखाधड़ी है. नेशनल हेराल्ड बस गांधी परिवार का एक निजी लाभ के लिए जनता का पैसा हड़पने का औजार था.